Showing posts with label पलकें. Show all posts
Showing posts with label पलकें. Show all posts

Wednesday, 16 December 2015

तुझे भूलने की कोशिश में मेरी हर बार पलकें भीग जातीं हैं |
मैं तेरे इस शहर से दूर रहूँ जितना याद तेरी खींच लाती हैं |
        - कुलदीप "कमल"